बच्चा सर्वप्रथम अपने परिवार से ही भाषा सीखता है। विद्यालय में वह भाषा का उचित प्रयोग करना सीखता है। इस कार्य में व्याकरण उसकी मदद करता है क्योंकि व्याकरण भाषा के सही रूप का ज्ञान कराता है।
परिवार में रहकर जब बच्चा भाषा का प्रयोग सीखता है तो उसे वह सीखना बोझिल नहीं लगता क्योंकि इसे वह व्यवहार में ही सीख लेता है। इसे सीखने के लिए उसे कोई विशेष प्रयास नहीं करना पड़ता। इसी आधर पर सहज हिंदी व्याकरण तथा रचना श्रृंखला में बच्चों के स्तर को ध्यान में रखते हुए खेल-खेल में व्याकरण का ज्ञान कराने का अनूठा प्रयास किया गया है।
इस श्रृंखला की मुख्य विशेषताएं हैं–
- सरल तथा सरस भाषा
- रोचक गतिविध्यिाँ तथा आकर्षक चित्र
- सरल तथा परिचित उदाहरणों द्वारा विषय का ज्ञान
- सैद्धंॎतिक पक्ष को ध्यान में रखते हुए व्यावहारिक पक्ष को महत्व
- सीखे हुए ज्ञान को परखने के लिए सरल तथा रुचिकर अभ्यास–पत्र
- अंत में सभी पाठों की दोहराई के लिए दो ज्ञान–परीक्षा पत्र